NCERT Parakh Report on Class 12 Board Evaluation 2024: एनसीईआरटी की समिति परख ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन पैटर्न में बड़े बदलाव की सिफारिश की है। इस रिपोर्ट को शिक्षा मंत्रालय को सौंपा गया है, जिसमें कक्षा 9 से लेकर 12 तक के अंकों को जोड़कर 12वीं का फाइनल रिजल्ट बनाने की बात कही गई है। आइए, जानें इस रिपोर्ट में क्या-क्या सिफारिशें की गई हैं।
12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए सिफारिशें
NCERT Parakh Report: रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि 12वीं कक्षा के फाइनल मार्क्स में 9वीं, 10वीं और 11वीं कक्षा के प्रदर्शन को भी शामिल किया जाए। इस प्रकार, सभी कक्षाओं में विद्यार्थियों का प्रदर्शन उनके एग्जाम्स और क्लास के काम को ध्यान में रखते हुए तय होगा।
NCERT Parakh Report on Class 12 Board Evaluation 2024-कक्षा वार वेटेज
NCERT Parakh Report के अनुसार, 12वीं बोर्ड परीक्षा के फाइनल मार्क्स के लिए विभिन्न कक्षाओं को निम्नलिखित वेटेज दी जाएगी:
- 9वीं कक्षा: 15%
- 10वीं कक्षा: 20%
- 11वीं कक्षा: 25%
- 12वीं कक्षा: 40%
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मूल्यांकन का प्रारूप
रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि छात्रों का मूल्यांकन फॉर्मेटिव असेसमेंट और समेटिव असेसमेंट के कॉम्बिनेशन के आधार पर होना चाहिए।
- कक्षा 9वीं: फाइनल मार्क्स का 70% फॉर्मेटिव असेसमेंट और 30% समेटिव असेसमेंट से लिया जाए।
- कक्षा 10वीं: 50% फॉर्मेटिव असेसमेंट और 50% समेटिव असेसमेंट।
- कक्षा 11वीं: 40% फॉर्मेटिव असेसमेंट और 60% समेटिव असेसमेंट।
- कक्षा 12वीं: 30% फॉर्मेटिव असेसमेंट और 70% समेटिव असेसमेंट।
NCERT Parakh Report on Class 12 Board Evaluation 2024-क्रेडिट सिस्टम
रिपोर्ट में यह भी सिफारिश की गई है कि छात्रों का मूल्यांकन क्रेडिट के आधार पर होना चाहिए।
- 9वीं और 10वीं कक्षा: प्रत्येक में 40 क्रेडिट (तीन भाषाओं में 12 क्रेडिट, मैथ्स में 4, साइंस के लिए 4, सोशल साइंस के लिए 4, आदि)।
- 11वीं और 12वीं कक्षा: प्रत्येक में 44 क्रेडिट।
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राज्यों के स्कूल बोर्ड का रुख
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस रिपोर्ट को सभी स्कूल बोर्डों के साथ उनके फीडबैक के लिए साझा किया गया है। हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकारियों के साथ पहले दौर की चर्चा हुई थी। राज्यों ने सुझाव दिया कि 9वीं, 10वीं और 11वीं कक्षा के प्रदर्शन को अंतिम 12वीं की रिपोर्ट कार्ड में शामिल करने के बजाय, 9वीं के 40% अंक और 10वीं के 60% अंक को अंतिम 10वीं के अंक में जोड़ा जाए। इसी तरह, 11वीं के 40% अंक और 12वीं के 60% अंक को अंतिम 12वीं के अंक में जोड़ा जाना चाहिए।
परख की स्थापना
परख की स्थापना पिछले साल देश भर के स्कूल बोर्ड्स के आंकलन को मानकीकृत करने के लिए की गई थी। इसका मुख्य कार्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप तय किया गया है, जिसमें कैपेसिटी डेवलपमेंट, अचीवमेंट सर्वे, स्कूल बोर्डों की समानता और एक समान मूल्यांकन मानकों को शामिल किया गया है।
निष्कर्ष
एनसीईआरटी की परख समिति की सिफारिशें 12वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती हैं। इन सिफारिशों का उद्देश्य छात्रों के प्रदर्शन को अधिक समग्र रूप से आकलन करना और मूल्यांकन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और मानकीकृत बनाना है। आने वाले समय में, इन सिफारिशों के लागू होने से शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।