रामगढ़: विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को छत्तरमाण्डू स्थित टाउन हॉल भवन में जिला स्तरीय समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह की शुरुआत जिला के प्रमुख अधिकारियों और अतिथियों को पौधा और अंगवस्त्र देकर की गई, जिससे आदिवासी परंपराओं के प्रति सम्मान प्रकट किया गया। इसके बाद दीप प्रज्वलन के साथ उपायुक्त चंदन कुमार और अन्य अधिकारियों ने विधिवत रूप से समारोह का शुभारंभ किया।
आदिवासी समूह का गौरवशाली इतिहास और परंपराएं
समारोह के दौरान उपायुक्त चंदन कुमार ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए आदिवासी समूहों के गौरवशाली इतिहास और उनकी परंपराओं पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि झारखंड राज्य में आदिवासी समाज का प्रकृति के प्रति लगाव विशेष रूप से प्रशंसनीय है। उपायुक्त ने सभी से आग्रह किया कि वे आदिवासी समुदाय की परंपराओं और संस्कृति को जानें और उनका सम्मान करें।
सरकार की योजनाएं और आदिवासी अधिकार
उपायुक्त ने विश्व आदिवासी दिवस मनाए जाने के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए सरकार द्वारा आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आदिवासी समुदाय के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए कई कानून और नियम लागू किए गए हैं, जिनमें वन अधिकार पट्टा, एफआरए (Forest Rights Act) आदि शामिल हैं। उपायुक्त ने सभी से अपील की कि वे इन योजनाओं का लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंचाने में सहयोग करें।
जागरूकता और सामाजिक भागीदारी
समारोह के दौरान पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने आदिवासी समुदाय को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि वे कम से कम दो लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें। इसी तरह, उप विकास आयुक्त रॉबिन टोप्पो ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से आदिवासी समाज की संस्कृति और जीवनशैली को जानने और समझने का अवसर मिलता है।
वन पट्टा और सांस्कृतिक कार्यक्रम
समारोह के दौरान 13 व्यक्तिगत और 6 सामुदायिक समूहों को वन पट्टा प्रदान किया गया। इसके अलावा, राधा गोविंद स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत, नृत्य और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आदिवासी समुदाय के लोगों को जागरूक करने के प्रयास किए गए।
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य, जनप्रतिनिधि, नजारत उपसमाहर्ता, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।