Independence Day 2024: Jharkhand/ Dumka, 15 अगस्त 2024 को, भारत ने अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राज्य की उप-राजधानी दुमका में ध्वजारोहण किया। अपने संबोधन की शुरुआत राज्यपाल ने ‘जय जोहार’ के साथ की और पूरे झारखंडवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
देशवासियों के लिए गर्व का दिन
राज्यपाल गंगवार ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का दिन है। आज ही के दिन, 1947 में, भारत ने ब्रिटिश दासता से मुक्ति पाई थी। उन्होंने कहा कि यह स्वतंत्रता कई महान सपूतों के बलिदान और त्याग का परिणाम है।
महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि
राज्यपाल ने महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार भगत सिंह, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, चंद्रशेखर आजाद सहित अन्य कई महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इन सपूतों के बलिदान के बिना आज का स्वतंत्र भारत संभव नहीं होता।
झारखंड के वीर सपूतों का सम्मान
राज्यपाल ने विशेष रूप से झारखंड की माटी के वीर सपूतों को भी याद किया, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने बिरसा मुंडा, सिद्धो, कान्हू, चांद, भैरव, वीर बुधु भगत, पांडेय गणपत राय, नीलाम्बर, पीताम्बर, ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जैसे महान सेनानियों के प्रति सम्मान व्यक्त किया।
झारखंड के विकास में प्रगति
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भारत ने सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है, और झारखंड का योगदान इसमें अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। राज्यपाल ने कहा कि झारखंड सरकार संवेदनशील, पारदर्शी, और जवाबदेह प्रशासन के संकल्प के साथ विकास की राह पर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि झारखंड आज न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी चमक बिखेर रहा है।
कानून-व्यवस्था और नक्सलवाद पर सफलता
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। पीएम मोदी द्वारा लागू किए गए तीन नए कानूनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये कानून दोषियों को सजा दिलाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम हैं। उन्होंने बताया कि नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल की है, जिसमें 143 नक्सलियों की गिरफ्तारी और 6 नक्सलियों का मुठभेड़ में मारा जाना शामिल है।
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साइबर अपराध की रोकथाम के प्रयास
राज्यपाल ने साइबर अपराध की बढ़ती चुनौतियों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि झारखंड में रांची, दुमका, हजारीबाग सहित 8 जिलों में नए साइबर थाने स्थापित किए गए हैं। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से अब तक 95,000 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं, और लगभग 16 करोड़ रुपये की राशि को ब्लॉक किया गया है।
कृषि और किसानों के लिए योजनाएं
राज्यपाल गंगवार ने झारखंड के अधिकांश ग्रामीण आबादी की आजीविका का मुख्य साधन कृषि बताया। उन्होंने कहा कि सरकार की ‘झारखंड कृषि ऋण माफी योजना’ के तहत इस साल 50,000 रुपये की सीमा को बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया गया है, जिससे अब तक 4,70,000 किसानों का 1,900 करोड़ रुपये का ऋण माफ किया जा चुका है।