उरीमारी: विस्थापित संघर्ष मोर्चा उरीमारी/पोटंगा द्वारा मुंशी कार्यालय उरीमारी में 78वां स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विसमो उरीमारी/पोटंगा के वरीय उपाध्यक्ष सीताराम किस्कू ने तिरंगा झंडा फहराया और झंडे को सलामी दी।
झंडोत्तोलन और राष्ट्रगान
स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर, विस्थापित संघर्ष मोर्चा उरीमारी/पोटंगा के वरीय उपाध्यक्ष सीताराम किस्कू ने झंडोत्तोलन किया। इस आयोजन ने सभी उपस्थित लोगों में एकजुटता और गर्व की भावना को प्रबल किया। झंडोत्तोलन के बाद, सभी ने एक स्वर में राष्ट्रगान गाया, जिसने इस राष्ट्रीय पर्व के महत्व को और भी बढ़ा दिया।
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सम्माननीय अतिथियों की उपस्थिति
समारोह में कई सम्माननीय अतिथि और स्थानीय नेता शामिल हुए। प्रमुख रूप से सचिव महादेव बेसरा, उपाध्यक्ष कानू मरांडी, कोषाध्यक्ष दशाराम हेंब्रम, संगठन मंत्री सिगू हेंब्रम, डॉ जी आर भगत, राजेंद्र किस्कू, महेश करमाली, लालदेव सोरेन, विक्की पवरिया, वासुदेव सोरेन, बिरजू सोरेन, मन्नू टुडू, मन्नाराम हांसदा, जतरू बेसरा, कुला प्रजापति, विनोद प्रजापति, कंचन सोरेन, चंदू जायसवाल, और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इनके अलावा, उरीमारी पंचायत समिति सदस्य गीता देवी, सीतामुनी देवी, शांति देवी, तेतरी देवी, सोनी देवी, फूलमती किस्कू, फुलमुनी देवी, रंधनी देवी, लालमुनी देवी, संजय सोरेन, सरोज मुर्मू, संजय यादव भी कार्यक्रम में शामिल हुए और स्वतंत्रता दिवस की खुशियों का हिस्सा बने।
समारोह की गतिविधियाँ और उत्साह
स्वतंत्रता दिवस के इस समारोह में एक विशेष जोश और उल्लास देखने को मिला। झंडोत्तोलन के बाद, समारोह में उपस्थित लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों और शहीदों की वीरता और बलिदान को याद किया। इस अवसर पर किए गए कार्यक्रमों और उपस्थिति ने स्थानीय समुदाय के भीतर एकजुटता और राष्ट्रीय गर्व की भावना को बल प्रदान किया।
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आयोजन की सफलताएँ
विस्थापित संघर्ष मोर्चा उरीमारी/पोटंगा द्वारा आयोजित यह स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था। इसने न केवल स्वतंत्रता दिवस की सार्थकता को उजागर किया, बल्कि लोगों को स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास और महत्व की याद भी दिलाई। समारोह का आयोजन सफल रहा और यह स्थानीय लोगों के बीच एकता और समर्पण का प्रतीक बन गया।