रामगढ़ जिले के कुज्जू ओपी क्षेत्र के तिलैया निवासी संजय बेदिया की निर्मम हत्या का पुलिस ने सफलतापूर्वक उद्भेदन किया है। इस हत्याकांड में शामिल पांच अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना का मुख्य कारण भूमि अधिग्रहण के एवज में मिले पैसे का विवाद था, जिसके चलते साजिश रचकर इस हत्या को अंजाम दिलवाया गया।
हत्याकांड की पृष्ठभूमि
23 अगस्त की रात को संजय बेदिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि संजय बेदिया के गोतिया धर्मेंद्र बेदिया ने भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिग्रहण के एवज में मिले पैसे हड़पने के उद्देश्य से पेशेवर अपराधियों की सहायता से संजय की हत्या कराई। धर्मेंद्र बेदिया ने इस साजिश को अंजाम देने के लिए अपने फुफेरे भाई सुभाष बेदिया और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर योजना बनाई थी।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
इस संदर्भ में मांडू थाना में कांड संख्या-197/2024, दिनांक-24.08.2024, धारा-103 (1)/3 (5) बीएनएस और धारा -27 आर्म्स एक्ट अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। मामले में रामगढ़ पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की। इस दौरान मृतक के गोतिया धर्मेंद्र बेदिया सहित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों में पतरातू थाना क्षेत्र के खपिया निवासी सुभाष बेदिया, हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाना क्षेत्र के असवा निवासी करण उरांव, जरजरा निवासी उमेश बेदिया और रांची जिला के ओरमांझी निवासी अमन कुमार ठाकुर शामिल हैं। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल, बाइक, दो जिंदा कारतूस, तीन खोखे और पांच मोबाइल जब्त किए हैं।
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घटना का घटनाक्रम
धर्मेंद्र बेदिया ने अपने फुफेरे भाई सुभाष बेदिया के साथ मिलकर संजय बेदिया की हत्या की योजना बनाई। 23 अगस्त को सुभाष बेदिया और अन्य सहयोगी अपराधियों ने दो बाइकों पर बोंगाबार पहुंचकर योजना को अंजाम दिया। अमन कुमार ठाकुर ने संजय बेदिया को कल्याण विभाग का अधिकारी बनकर फोन किया और नया मोड़ पर मिलने के लिए बुलाया। वहां पर धर्मेंद्र बेदिया ने शूटरों को संजय की पहचान कराई। शाम के करीब 7 से 8 बजे के बीच, जब संजय बेदिया अपने घर जा रहा था, तब अमन कुमार ठाकुर ने उसे नजदीक से तीन गोलियां मारीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद सभी अपराधी फरार हो गए।
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पुलिस की कार्रवाई
अनुसंधान के दौरान, धर्मेंद्र बेदिया ने अपने अपराध को स्वीकार किया और पूरी घटना का खुलासा किया। पुलिस ने सुभाष बेदिया, करण उरांव और अमन कुमार ठाकुर को गिरफ्तार किया, जबकि उमेश बेदिया से हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद किया गया। सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।