रामगढ़ के भुरकुंडा कोयलांचल सहित आसपास के क्षेत्रों में सोमवार को ईद-ए-मिलादुन्नबी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बारिश के बावजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरे उत्साह के साथ मोहम्मदी जुलूस निकाला। इस जुलूस में बड़ी संख्या में समुदाय के लोग शामिल हुए, जो इस पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए तैयार थे।
Eid-Milad-un-Nabi जुलूस की शुरुआत और रूट
भुरकुंडा के गुलशन-ए-रज़ा मस्जिद से जुलूस की शुरुआत हुई। यह जुलूस मेन रोड होते हुए डीवीसी कार्यालय तक पहुंचा, जहां से यह वापस मेन रोड के रास्ते थाना चौक तक गया। यहां पहुंचकर खादिम ने फातिया पढ़ी और अमन-चैन के लिए दुआ मांगी। इस धार्मिक आयोजन में हाजी शमीम अंसारी, नूर अहमद, फिरदौस आलम, अफरोज आलम, हाजी शमसुद्दीन, मोहम्मद तारा, मौलाना रहूप और मोहम्मद यलगार समेत कई प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे।
Eid-Milad-un-Nabi जुलूस के दौरान उत्सव का माहौल
जुलूस के दौरान समुदाय के लोग निशान लेकर चल रहे थे, जिससे धार्मिक आस्था का माहौल और अधिक गहरा हो गया। बारिश के बावजूद लोगों का जोश और उत्साह देखने लायक था। जगह-जगह स्टॉल लगाकर जुलूस में शामिल लोगों को शरबत, जलेबी और केक वितरित किए गए। इस अवसर पर लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलकर ईद-ए-मिलादुन्नबी की मुबारकबाद दी।
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अन्य स्थानों पर भी निकला Eid-Milad-un-Nabi जुलूस
ईद-ए-मिलादुन्नबी के इस पर्व को मनाने के लिए जिले के अन्य क्षेत्रों में भी जुलूस निकाले गए। लोगों ने मिलकर इस मौके को खास बनाया, और धर्म के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
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उत्साह पर बारिश का कोई असर नहीं
लगातार बारिश होने के बावजूद जुलूस में शामिल लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। धार्मिक भावनाओं से ओत-प्रोत लोग बारिश की परवाह किए बिना जुलूस में शामिल होते रहे और पूरे आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
निष्कर्ष
ईद-ए-मिलादुन्नबी का यह पर्व भुरकुंडा और उसके आसपास के क्षेत्रों में पूरी धूमधाम से मनाया गया। बारिश के बावजूद लोगों ने पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मोहम्मदी जुलूस में हिस्सा लिया, जिससे यह धार्मिक आयोजन सफल और खास बन गया।