रामगढ़: भारतीय रेल द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता पखवाड़े के तहत मंगलवार को बरकाकाना और पतरातू रेलवे स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान की शुरुआत की गई। इस अवसर पर “स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता” थीम पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें रेलकर्मियों ने स्वच्छता की शपथ ली और स्टेशन परिसर में साफ-सफाई की। यह अभियान 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें भारतीय रेलवे के विभिन्न मंडलों और स्टेशनों पर स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अनेक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।
स्वच्छता पखवाड़े का उद्देश्य
स्वच्छता पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य रेलवे परिसरों को साफ-सुथरा बनाना और यात्रियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना है। इस वर्ष का अभियान “स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता” थीम पर आधारित है, जिसका मतलब यह है कि स्वच्छता को हमारी आदत और संस्कार का हिस्सा बनाया जाए। बरकाकाना स्टेशन पर मंडल यातायात प्रबंधक ने इस पखवाड़े की शुरुआत की, जबकि पतरातू स्टेशन पर इस अभियान का शुभारंभ वरीय मंडल यांत्रिक अभियंता द्वारा किया गया।
उरीमारी में धूमधाम से मनाई गई विश्वकर्मा पूजा, भव्य पंडाल और महा भंडारे का आयोजन
इस मौके पर दोनों स्टेशनों पर रेलकर्मियों ने शपथ ली कि वे रेलवे परिसर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और यात्रियों को भी स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
श्रमदान और स्वच्छता गतिविधियाँ
स्वच्छता पखवाड़े के तहत बरकाकाना और पतरातू स्टेशनों पर श्रमदान किया गया। रेलकर्मियों ने स्टेशन परिसर, आसपास के क्षेत्र और विभिन्न विभागों के कार्यालयों में सफाई अभियान चलाया। इस दौरान यात्रियों को भी कचरा न फैलाने, डस्टबिन का उपयोग करने और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया गया।
रेल अधिकारियों और कर्मचारियों ने यात्रियों से अनुरोध किया कि वे स्टेशन और ट्रेनों में गंदगी न फैलाएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें। इस अभियान के तहत रेलवे स्टेशन और उसके आसपास के सभी सार्वजनिक स्थानों पर सफाई सुनिश्चित की जा रही है।
EMRS Recruitment 2024: 66,001 पदों पर सुनहरा मौका, शिक्षक, क्लर्क, चपरासी के लिए करें आवेदन
वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण
इस अभियान के तहत न केवल स्वच्छता, बल्कि पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया। “एक पेड़ मां के नाम” नामक विशेष पहल के तहत बरकाकाना कोचिंग डिपो और रेलवे परिसरों में 115 पौधे लगाए गए, जबकि पतरातू स्टेशन, फ्रेट डिपो और अन्य रेलवे परिसरों में 89 पौधे लगाए गए। इस पहल का उद्देश्य न केवल स्वच्छता सुनिश्चित करना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देना है, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण उपलब्ध हो सके।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पौधों की देखभाल और संरक्षण के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि यह पहल सफल हो सके और स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण का भी संतुलन बना रहे।
Diwali 2024 Date: अब आइए दीवाली के इतिहास और महत्व के बारे में कुछ रोचक जानकारियां पढ़ें
यात्रियों को जागरूक करने के प्रयास
स्वच्छता पखवाड़े के दौरान यात्रियों में जागरूकता फैलाने के लिए रेलवे द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान स्टेशनों पर यात्रियों के बीच स्वच्छता से संबंधित पैम्फलेट भी बांटे गए, जिनमें स्वच्छता बनाए रखने के उपाय और निर्देश दिए गए थे। रेलवे अधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि यात्रियों का सहयोग इस अभियान की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
रेलवे कर्मियों ने यात्रियों को ट्रेन के अंदर और बाहर कचरा न फैलाने, डस्टबिन का उपयोग करने और स्वच्छता के नियमों का पालन करने की सलाह दी। इस दौरान कई यात्रियों ने भी स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लिया।
स्वच्छता पखवाड़ा: एक लंबी पहल
यह स्वच्छता पखवाड़ा 2 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें पूरे भारत में रेलवे के विभिन्न मंडलों में स्वच्छता और सफाई अभियान जारी रहेंगे। इस दौरान रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों और रेलवे कार्यालयों में विशेष साफ-सफाई की जाएगी। यह पहल महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए रेलवे की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम है।
पीवीयूएनएल पतरातू में “स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम के तहत शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन
भारतीय रेल इस अभियान के माध्यम से न केवल अपने परिसरों को स्वच्छ बनाए रखने का प्रयास कर रही है, बल्कि इस पहल से समाज के हर व्यक्ति को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की दिशा में भी काम कर रही है।
निष्कर्ष
बरकाकाना और पतरातू स्टेशनों पर स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत के साथ भारतीय रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति इस पहल में रेलकर्मियों और यात्रियों की भागीदारी यह सुनिश्चित करती है कि रेलवे परिसर स्वच्छ, सुरक्षित और हरा-भरा बने।