रामगढ़ जिले के भुरकुंडा सीसीएल परियोजना की बलकुदरा खुली खदान में स्थानीय ठेका मजदूरों ने शनिवार को एक बार फिर काम ठप कर दिया। मजदूरों ने रैयत विस्थापित मोर्चा के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने प्रबंधन पर वादा खिलाफी और वेतन वृद्धि के लिखित आश्वासन के बावजूद वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।
वेतन बढ़ोतरी के आश्वासन के बावजूद निराशा
मजदूरों का आरोप था कि प्रबंधन ने पहले वेतन बढ़ाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। इसके विरोध में मजदूरों ने सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक काम बंद रखा, जिससे परियोजना में उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया।
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प्रबंधन और मजदूरों के बीच वार्ता
प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही भुरकुंडा परियोजना के पीओ मनोज पाठक और अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में रैयत विस्थापित मोर्चा के प्रतिनिधियों और मजदूरों के बीच वार्ता हुई। मजदूरों ने अपनी मांगों पर प्रबंधन से तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
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प्रबंधन का लिखित आश्वासन
वार्ता के दौरान प्रबंधन ने 15 अक्टूबर तक मजदूरों की मांगों पर कार्रवाई का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद मजदूरों ने आंदोलन को समाप्त कर दिया और परियोजना में काम फिर से शुरू हुआ।
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आंदोलन में प्रमुख लोगों की भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से झरी मुंडा, सुनील मुर्मू, वीरेंद्र मांझी, संतोष मुंडा, गणेश बेदिया, नागेश्वर ठाकुर, संजय नायक, दिनेश मुंडा, पिंटू मुर्मू, राजू हंसदा, श्याम देव मुंडा, राजकुमार करमाली, मनीष मुर्मू, राजकुमार हंसदा और बबलु हंसदा सहित कई अन्य लोग शामिल थे। सभी ने एकजुट होकर मजदूरों के हक की आवाज बुलंद की।