Headlines

सयाल में रावण दहन और भव्य आतिशबाजी के साथ संपन्न हुआ दशहरा महापर्व

Dussehra festival concludes with Ravana Dahan and grand fireworks in Sayal
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Dussehra Festival: शनिवार को रामगढ़ जिले के सयाल क्षेत्र में अधर्म पर धर्म की जीत का महापर्व दशहरा बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। यह आयोजन स्थानीय हिलव्यू स्टेडियम में संपन्न हुआ, जहां रावण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। इसके साथ ही, आयोजन स्थल पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी का आनंद लिया, जो इस महापर्व की शोभा बढ़ाने के लिए खास आकर्षण का केंद्र रही।

मुख्य अतिथि के रूप में सीसीएल महाप्रबंधक अजय सिंह

Ravana Dahan: इस भव्य आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि सीसीएल बरका-सयाल महाप्रबंधक अजय सिंह उपस्थित थे, जिन्होंने रावण दहन की विधिवत शुरुआत की। कार्यक्रम का यह मुख्य आकर्षण था, जहां हजारों की संख्या में लोग एकत्रित होकर इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। रावण और मेघनाद के पुतले का दहन करने से पहले लोगों ने जमकर आतिशबाजी का आनंद लिया, जिससे माहौल में उमंग और उल्लास का संचार हुआ।

PM Garib Kalyan Yojana: गरीबों के लिए राहत, 2028 तक मिलेगा मुफ्त अनाज और सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास

विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति

Vijayadashami 2024: इस कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथियों ने भी शिरकत की, जिनमें विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व सांसद और एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेन्द्र कुमार उपस्थित थे। इसके साथ ही, झारखंड सरकार परिवहन प्राधिकार समिति के सदस्य संजीव बेदिया, सयाल परियोजना पदाधिकारी सुबोध कुमार, बिरसा परियोजना पदाधिकारी डी. शिवादास और क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी एन.के. सिंह भी इस अवसर पर मौजूद थे। इन सभी अतिथियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया।

7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, महंगाई भत्ते में 3% की बढ़ोतरी से वेतन में बंपर उछाल

समारोह में सामाजिक और सांस्कृतिक सहभागिता

दशहरा महापर्व के इस भव्य आयोजन में स्थानीय पूजा समिति और समाजसेवी संगठनों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पूजा समिति के सचिव शंकर सिंह, शम्भू नाथ, बिनोद कुमार और विस्थापित नेता सोनाराम मांझी ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, भुरकुंडा ओपी प्रभारी निर्भय कुमार गुप्ता भी अपने सहयोगियों के साथ कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को संभाल रहे थे।

Vijayadashami 2024: रांची में सुरक्षा कड़ी, 2000 पुलिसकर्मियों की तैनाती – इन रूटों पर बंद होगा वाहनों का परिचालन

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का पर्व

सयाल के दशहरा महापर्व ने न केवल धार्मिक भावनाओं को मजबूत किया, बल्कि यह सामुदायिक एकता और संस्कृति के प्रति लोगों की निष्ठा को भी प्रदर्शित किया। रावण और मेघनाद के पुतले का दहन अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक माना जाता है, और इसे देखने के लिए सयाल के लोग हर साल बड़ी संख्या में एकत्रित होते हैं। इस वर्ष भी, कार्यक्रम ने धार्मिक आस्था और सामाजिक समरसता का अद्भुत उदाहरण पेश किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *