रामगढ़ जिले में शारदीय नवरात्र के अवसर पर भक्तिभाव और उत्साह से मां दुर्गा की पूजा संपन्न हुई। नवरात्र के दौरान जिले के विभिन्न पूजा समितियों द्वारा मां दुर्गा, लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती और कार्तिकेय की प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। शनिवार को इन प्रतिमाओं का विसर्जन समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। इस दौरान पूजा पंडालों में विशेष हवन और पूर्णाहुति का आयोजन किया गया, जिसके बाद श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाते हुए विसर्जन यात्रा निकाली।
विसर्जन यात्रा का उल्लास
विसर्जन यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, जिसमें गाजे-बाजे और ढोल-नगाड़ों के साथ मां दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को वाहनों पर सजा कर ले जाया गया। यह यात्रा जिले के निर्धारित मार्गों से गुजरते हुए नदी और तालाबों के किनारे पहुंची। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा को नम आंखों से विदाई दी और मंगलकामनाओं के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया।
सयाल में रावण दहन और भव्य आतिशबाजी के साथ संपन्न हुआ दशहरा महापर्व
सुहागिनों ने निभाई सिंदूर खेला की परंपरा
पूजा पंडालों में इस दौरान सुहागिनों द्वारा सिंदूर खेला की परंपरा भी निभाई गई। एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर उन्होंने अखंड सौभाग्य की कामना की और मां दुर्गा से सुख, समृद्धि और शांति की प्रार्थना की। यह परंपरा नवरात्रि के अंतिम दिन मां दुर्गा के प्रति श्रद्धा और आस्था को प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है।
विसर्जन का सिलसिला जारी रहेगा
हालांकि, शनिवार को कई पूजा समितियों ने प्रतिमाओं का विसर्जन किया, लेकिन कई समितियों द्वारा रविवार और सोमवार को भी विसर्जन समारोह आयोजित किया जाएगा। जिले में अलग-अलग जगहों पर यह आयोजन जारी रहेगा, जिससे श्रद्धालु मां दुर्गा को विदाई देने के साथ अपने घरों में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करेंगे।