Good News: अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं, तो यह खबर निश्चित रूप से आपको खुश कर देगी। सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की एक बड़ी समस्या का समाधान करने की दिशा में कदम बढ़ाया है, जिससे कर्मचारियों में उत्साह का माहौल है। इस फैसले के बाद कर्मचारियों ने सरकार के निर्णय की सराहना की और मिठाई बांट कर अपनी खुशी जाहिर की। जानकारी के अनुसार, सरकार ने रिटायरमेंट की उम्र में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है, जिससे कर्मचारियों को अधिक समय तक सेवा में बने रहने का अवसर मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।
रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने का प्रस्ताव
वर्तमान में केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 60 साल है। अब इस उम्र को बढ़ाकर 62 साल करने का प्रस्ताव रखा गया है। इस फैसले से न सिर्फ केंद्र सरकार के कर्मचारियों, बल्कि राज्य सरकारों के कर्मचारियों पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि कई राज्य भी अपनी-अपनी सरकारों के अंतर्गत रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं।
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मौजूदा रिटायरमेंट उम्र
विभाग/सेक्टर | वर्तमान उम्र | प्रस्तावित उम्र |
---|---|---|
केंद्र सरकार | 60 वर्ष | 62 वर्ष |
राज्य सरकार | 58-60 वर्ष | कुछ राज्यों में 62 वर्ष |
प्राइवेट सेक्टर | 58-60 वर्ष | कंपनी के नियमों के अनुसार |
बैंक | 60 वर्ष | – |
शिक्षक | 60-65 वर्ष | संस्थान के अनुसार |
न्यायाधीश | उच्च न्यायालय – 62 वर्ष, सुप्रीम कोर्ट – 65 वर्ष | – |
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किन राज्यों ने रिटायरमेंट उम्र में बदलाव किया
कुछ राज्यों ने पहले ही रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने का फैसला किया है, जिनमें से कुछ प्रमुख राज्य निम्नलिखित हैं:
- तमिलनाडु: 59 वर्ष
- मध्य प्रदेश: 62 वर्ष
- हरियाणा: 58 वर्ष
- पंजाब: 60 वर्ष
- गुजरात: 60 वर्ष
इस फैसले का लाभ
रिटायरमेंट की उम्र में इजाफे के बाद सरकारी कर्मचारियों को अपने करियर में अधिक समय बिताने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा, क्योंकि रिटायरमेंट के बाद कई कर्मचारी आर्थिक तंगी का सामना करते हैं। सरकार के इस प्रस्ताव से न केवल कर्मचारियों की नौकरी का समय बढ़ेगा बल्कि उनके अनुभव का लाभ भी देश को मिलेगा।
Note: हालांकि इस निर्णय को अभी आधिकारिक रूप से लागू नहीं किया गया है, परंतु जैसे ही प्रस्ताव को मंजूरी मिलेगी, इसकी घोषणा कर दी जाएगी।