रामगढ़: डीएवी बरकाकाना में भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मंगलवार को धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य मोहम्मद मुस्तफा मजिद के साथ विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने डॉ. कलाम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके महान योगदान को याद किया।
सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन
डॉ. कलाम की जयंती के अवसर पर विद्यालय में अंतर सदनीय सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न सदनों के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को विद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया।
Mudma Mela 2024: 18-19 अक्टूबर को मुड़मा मेले में जुटेगी रौनक, सीएम हेमंत सोरेन होंगे मुख्य अतिथि
ओम ध्वनि उच्चारण प्रतियोगिता:
- पहला स्थान: वशिष्ठ सदन के मनन राज
- दूसरा स्थान: अगस्त्य सदन की कश्वी
- तीसरा स्थान: अगस्त्य सदन के सहर्ष
मंत्र उच्चारण प्रतियोगिता:
- प्रथम स्थान: अगस्त सदन की अन्नया सिंह
- द्वितीय स्थान: परशुराम सदन के शिवम
- तृतीय स्थान: अगस्त सदन की तेजस्वी सेजल
सीसीएल का सौर्य ऊर्जा की दिशा में बड़ा कदम, भुरकुंडा अस्पताल में सोलर पावर सिस्टम की स्थापना
भजन प्रतियोगिता:
- प्रथम स्थान: द्रोण सदन की आराध्य वशिष्ठ
- द्वितीय स्थान: द्रोण सदन की संस्कृति वीणा
- तृतीय स्थान: अगस्त्य सदन की रितिका वशिष्ठ
हिंदी कविता पाठ प्रतियोगिता:
- प्रथम स्थान: परशुराम सदन की कृतिका
- द्वितीय स्थान: अगस्त्य सदन की संजना
- तृतीय स्थान: परशुराम सदन की माही कुमारी
Jharkhand Assembly Election 2024 Date: दो चरणों में होगा मतदान, जानें पूरी जानकारी
डॉ. कलाम के जीवन पर चर्चा
कार्यक्रम के दौरान कक्षा नौवीं के छात्र आदित्य राय ने डॉ. कलाम के व्यक्तित्व और उनके कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने डॉ. कलाम के विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए अमूल्य योगदान को रेखांकित किया, जो आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
Gaya To Jammutawi-Dhanbad Special Train: सप्ताह में दो दिन परिचालन के साथ यात्रियों को मिलेगी राहत
विद्यालय प्राचार्य का संदेश
विद्यालय के प्राचार्य मोहम्मद मुस्तफा मजिद ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. कलाम की जीवन यात्रा से हमें यह सीख मिलती है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और सच्ची लगन से हम जीवन में असंभव को भी संभव बना सकते हैं। उन्होंने कहा, “आज भारत मानव पूंजी के बल पर विश्व में अग्रणी बन रहा है, और हमें अपने छात्रों में चारित्रिक, सामाजिक और तकनीकी ज्ञान को विकसित करने का निरंतर प्रयास करना चाहिए।”
मंच संचालन
कार्यक्रम का मंच संचालन कक्षा 11वीं की छात्रा मानसी कुशवाहा ने किया, जिन्होंने सभी प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक गतिविधियों का बेहतरीन संचालन किया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने भी डॉ. कलाम की जयंती के महत्व को समझते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।