CBSE 12th Biology Syllabus: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए कक्षा 12वीं के बायोलॉजी सिलेबस में कुछ बदलाव किए हैं। बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपडेटेड सिलेबस से अवगत रहें ताकि तैयारी सही दिशा में हो और वे उन टॉपिक्स पर समय व्यर्थ न करें जो अब सिलेबस का हिस्सा नहीं हैं।
CBSE 12th Biology Syllabus में बदलाव: हटाए गए चैप्टर्स और टॉपिक्स
सेंट्रल बोर्ड सेकेंडरी एग्जामिनेशन ने 12वीं बायोलॉजी के सिलेबस से कुछ प्रमुख टॉपिक्स को हटा दिया है, जिनमें मुख्य रूप से रिप्रोडक्शन और इकोलॉजी एंड एनवायर्मेंट के विषय शामिल हैं। हटाए गए टॉपिक्स निम्नलिखित हैं:
- यूनिट-VI: रिप्रोडक्शन
- जीवों में प्रजनन: यह टॉपिक जिसमें प्रजनन की विभिन्न विधियों जैसे अलैंगिक और लैंगिक प्रजनन, बाइनरी विखंडन, बीजाणु निर्माण, कलिकायन, रत्न निर्माण, और विखंडन शामिल थे, अब सिलेबस से हटा दिया गया है।
- पौधों में वानस्पतिक प्रसार: इस टॉपिक को भी सिलेबस से हटा दिया गया है, जिससे विद्यार्थियों को यह ध्यान में रखना होगा कि अब यह विषय परीक्षा का हिस्सा नहीं होगा।
सीबीएसई 12वीं बायोलॉजी पेपर का एग्जाम पैटर्न
सीबीएसई 12वीं बायोलॉजी का पेपर कुल 70 अंकों का होता है। पेपर में विभिन्न यूनिट्स के लिए मार्क्स का वितरण इस प्रकार है:
- रिप्रोडक्शन: 16 मार्क्स
- जेनेटिक्स एंड इवॉल्यूशन: 20 मार्क्स
- बायोलॉजी एंड ह्यूमन वेलफेयर: 12 मार्क्स
- बायोटेक्नोलॉजी एंड इट्स एप्लिकेशन्स: 12 मार्क्स
- इकोलॉजी एंड एनवायर्मेंट: 10 मार्क्स
महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर फोकस करें
CBSE 12th Biology Syllabus: अपडेटेड सिलेबस को ध्यान में रखते हुए, विद्यार्थियों को अपनी तैयारी की योजना बनानी चाहिए। विशेष रूप से उन टॉपिक्स पर फोकस करें जो अब भी सिलेबस का हिस्सा हैं और जिनका वेटेज ज्यादा है। इससे परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
नए सिलेबस की तैयारी के टिप्स
- पहले से हटाए गए टॉपिक्स की जानकारी हासिल करें और केवल उन टॉपिक्स पर ध्यान दें जो सिलेबस में शामिल हैं।
- इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं और किस यूनिट का वेटेज कितना होता है।
- महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर अधिक समय दें और अपनी तैयारी को व्यवस्थित तरीके से करें।
सीबीएसई 12वीं सिलेबस 2025 से क्या हटाया गया?
जैसा कि पहले बताया गया है, रिप्रोडक्शन और इकोलॉजी एंड एनवायर्मेंट यूनिट्स से कुछ टॉपिक्स को हटा दिया गया है। इसलिए, इन्हें अब अध्ययन करने की आवश्यकता नहीं है।