उरीमारी (हजारीबाग) के भारत भारती विद्यालय में शिक्षक दिवस (Teachers Day) के अवसर पर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के सचिव गोपाल यादव, निदेशक अनिमेष कुमार यादव, सहायक निदेशक अभिषेक कुमार यादव, प्राचार्य माहे आलम अंसारी और उप प्राचार्य अर्जुन कुमार साव ने डॉक्टर राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रेरणादायक भाषण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
Happy Teachers Day: विद्यालय के प्राचार्य माहे आलम अंसारी ने विद्यार्थियों के साथ डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के साधारण जीवन से राष्ट्रपति बनने तक के प्रेरणादायक सफर को साझा किया। बच्चों ने भी इस मौके पर अपने हुनर का प्रदर्शन किया। कक्षा 10वीं की छात्रा आरसी और गुनगुन ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि कक्षा 8वीं की छात्रा रिया कुमारी ने एक प्रभावशाली हिंदी भाषण प्रस्तुत किया।
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गीत और नृत्य के माध्यम से सम्मान
छात्राएं आयसा, सुहानी और सानवी ने “शुक्रिया टीचर्स” गीत पर सुंदर प्रस्तुति देकर शिक्षकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। इसके अलावा, डिंपी, चाहत, अनीशा और अन्य बच्चों ने “कश्मीर मैं– तू कन्याकुमारी” गीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने सभी का मन मोह लिया।
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विशेष कार्यक्रम और म्यूजिकल चेयर
शिक्षक दिवस के इस विशेष अवसर पर बच्चों ने नृत्य, नाटक और मिमिक्री पर आधारित अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं शिक्षकों के लिए म्यूजिकल चेयर गेम का आयोजन भी किया गया, जिसमें शिक्षिका शालिनी सिंह और शिक्षक ललन कुमार को विजेता घोषित किया गया। उन्हें विद्यार्थियों के द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
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शिक्षकों का योगदान और उपस्थिति
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में सीमा श्रीवास्तव, सरिता ग्यासेन, नवीन पाठक, अनिता कुमारी, राधिका कुमारी, प्रियंका सिंह, रेनू कुमारी, शालिनी सिंह, रितु कुमारी, रंजीत कुमार, ललन कुमार, रंजीत कुमार मेहता, शिव शाह, सुनील कुमार सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।
निष्कर्ष
भारत भारती विद्यालय में शिक्षक दिवस का यह आयोजन न केवल शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने का अवसर था, बल्कि बच्चों के अंदर संस्कार और अपने गुरुओं के प्रति आदरभाव विकसित करने का भी माध्यम बना। इस तरह के आयोजन छात्रों और शिक्षकों के बीच के संबंधों को और मजबूत बनाते हैं और समाज में शिक्षा के महत्व को उजागर करते हैं।