Inspection of Patratu Diesel Loco Shed: पूर्व मध्य रेलवे के हाजीपुर जोन के मुख्य यांत्रिक अभियंता (डी एंड डीएम) कमल सिंह चौधरी ने शनिवार को पतरातू डीजल लोको शेड का निरीक्षण किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने शेड में विभिन्न अनुभागों का बारीकी से निरीक्षण किया और सुधार हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। दौरे का मुख्य उद्देश्य शेड के नये इंफ्रास्ट्रक्चर फेस-3 के कार्य की प्रगति का मूल्यांकन करना था, जिसमें उन्होंने गहन समीक्षा की।
नए इंफ्रास्ट्रक्चर फेस-3 की प्रगति का जायजा
पतरातू डीजल लोको शेड में चल रहे नये इंफ्रास्ट्रक्चर फेस-3 के कार्य की प्रगति को कमल सिंह चौधरी ने विस्तार से परखा। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता और गति का निरीक्षण किया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी गतिविधियाँ निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी हों और भविष्य में रेलवे की जरूरतों को प्रभावी ढंग से पूरा कर सकें। उन्होंने इस परियोजना के तहत उपयोग किए जा रहे आधुनिक तकनीक और उपकरणों की भी सराहना की, जो रेलवे के ऑपरेशनों को और अधिक कुशल बनाने में सहायक होंगे।
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लोको नंबर 70158 WDG-4 का विशेष निरीक्षण
लोको नंबर 70158 WDG-4 के निरीक्षण के दौरान, कमल सिंह चौधरी ने बालूमाथ फुल बसिया कोल साइडिंग में इस लोको के साथ हुई समस्या का जायजा लिया। इस लोको का एक्सेल संख्या 6 सीज हो गया था, जिससे इसे परिचालन से हटा दिया गया था। पतरातू डीजल लोको शेड के सेक्शन एम-1 और एम-2 के सुपरवाइजर और स्टाफ ने स्थानीय अरेंजमेंट के माध्यम से व्हील को लिफ्टिंग कर इसे 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मुख्य लाइन पर और 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से क्रॉसिंग पर सुरक्षित रूप से पतरातू शेड लाया। कमल सिंह चौधरी ने इस चुनौतीपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने पर टीम की सूझबूझ की सराहना की और उनकी कड़ी मेहनत की प्रशंसा की।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस निरीक्षण के दौरान पतरातू डीजल लोको शेड में विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति देखी गई। वरीय मंडल यांत्रिक अभियंता (डीजल) ओंकार शरण सिंह, मंडल विद्युत अभियंता अमित कुमार, मंडल यांत्रिक अभियंता सुधांशु मलिक, वरीय अनुभाग अभियंता एम. एम. अंसारी, निलेश कुमार राय, मुक्तेश्वर ओहदार, चंदन कुमार, विवेक श्रीवास्तव, जी. पी. मिश्रा और अन्य अधिकारी मौके पर उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने भी निरीक्षण के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की और शेड के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना
लोको शेड के स्टाफ और सुपरवाइजर्स द्वारा किए गए कार्यों की कमल सिंह चौधरी ने प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि शेड के कर्मचारियों ने जिस तरह से चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्य किया है, वह अनुकरणीय है। उनके प्रयासों से न केवल लोको को सुरक्षित रूप से शेड में लाया गया, बल्कि रेलवे के ऑपरेशनों की निरंतरता भी सुनिश्चित की गई।
रेलवे के भविष्य के लिए तैयारियों का संकेत
कमल सिंह चौधरी के इस निरीक्षण से यह स्पष्ट होता है कि रेलवे अपने भविष्य के लिए तैयारियों में जुटा हुआ है। नये इंफ्रास्ट्रक्चर फेस-3 के कार्यों का मूल्यांकन और लोको शेड में सुधार के लिए दिए गए दिशा-निर्देश इस दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं। यह निरीक्षण न केवल शेड की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करेगा, बल्कि रेलवे के समग्र प्रदर्शन को भी बढ़ावा देगा।