रांची: भाकपा माले (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी) और मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) का ऐतिहासिक विलय शनिवार को रांची प्रेस क्लब में आयोजित एक बैठक में संपन्न हुआ। इस बैठक की अध्यक्षता जनार्दन प्रसाद, मिथलेश सिंह, निताई महतो, देवदीप सिंह दिवाकर, और कोशल्या दास ने की। बैठक में भाकपा माले की 85 सदस्यीय राज्य कमेटी की घोषणा की गई, और आगामी 9 सितंबर को धनबाद में “एकता रैली” के सफल आयोजन को लेकर योजना बनाई गई।
भाकपा माले और मासस का एकीकरण
प्रेसवार्ता के दौरान भाकपा माले के सांसद और पोलित ब्यूरो सदस्य राजाराम सिंह और मासस के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने भाकपा माले में मासस के विलय की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस विलय से झारखंड के आगामी विधानसभा चुनाव में कॉरपोरेट परस्त और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनेगा, जिससे राज्य में राजनीतिक संतुलन बदलेगा और एक नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत होगी।
एकता रैली का आयोजन
भाकपा माले और मासस के नेताओं ने घोषणा की कि 9 सितंबर को धनबाद में “एकता रैली” का आयोजन किया जाएगा। इस रैली में भाकपा माले के महासचिव समेत केंद्रीय स्तर के सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे। यह रैली एकीकृत पार्टी के संगठनात्मक ढांचे और विचारधारा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
संगठनात्मक ढांचे का एकीकरण
बैठक में यह भी बताया गया कि दोनों संगठनों के केंद्रीय और जमीनी स्तर पर ढांचों के एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस प्रक्रिया को एक महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा, एकीकृत पार्टी ने संभावनाशील विधानसभा सीटों की एक सूची तैयार की है, जिसमें भाजपा के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनाने की योजना बनाई गई है।
चुनावी तैयारियों का आह्वान
नेताओं ने सभी संभावनाशील विधानसभा क्षेत्रों में अपनी कतारों और आधारों से चुनावी तैयारियों को तेज करने का आह्वान किया। उनका मानना है कि इस विलय से झारखंड में राजनीतिक संतुलन बदल सकता है, और भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष का गठन हो सकता है।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता
इस महत्वपूर्ण बैठक में मासस के केंद्रीय महासचिव हलधर महतो, केंद्रीय सचिव मिथलेश सिंह, बबलू महतो, निताई महतो, दिलीप तिवारी, बसंत, भाकपा माले के राज्य सचिव मनोज भक्त, पोलित ब्यूरो सदस्य जनार्दन प्रसाद, विधायक विनोद सिंह, शुभेंदु सेन, माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव, देवदीप सिंह दिवाकर, और कार्तिक हाड़ी समेत मासस और माले के सभी राज्य स्तरीय नेता उपस्थित थे।