सीसीएल बरका-सयाल जीएम कार्यालय में हुई खान सुरक्षा समिति की बैठक, आउटसोर्सिंग कर्मियों की सैलरी और मैनपॉवर की कमी पर भी चर्चा

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रामगढ़, झारखंड – सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड) बरका-सयाल महाप्रबंधक कार्यालय में गुरुवार को त्रिपक्षीय खान सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता महाप्रबंधक अजय सिंह ने की, जिसमें खदानों की सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और खदानों में सुरक्षित कार्य वातावरण प्रदान करना था।

खदानों में लाइटिंग और स्पीड ब्रेकर की आवश्यकता

Mine Safety Committee meeting held in CCL Barka-Sayal GM office: बैठक के दौरान बरका-सयाल क्षेत्र के सभी खदानों में सड़कों और कर्मियों के आवास के आसपास पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था की आवश्यकता पर जोर दिया गया। यह निर्णय लिया गया कि खदान क्षेत्र में प्रमुख चौराहों पर उचित रोशनी की व्यवस्था की जाएगी ताकि कर्मचारियों और अन्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इसके अतिरिक्त, बरका-सयाल के आठ नंबर दामोदर पुल, उरीमारी चेक पोस्ट, उरीमारी शनिचरा बाजार, और बेस वर्कशॉप के पास स्पीड ब्रेकर लगाने का भी निर्णय लिया गया। यह कदम सुरक्षा को बढ़ाने और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए उठाया गया है।

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आउटसोर्सिंग कर्मियों की सैलरी और ट्रेनिंग पर चर्चा

त्रिपक्षीय खान सुरक्षा समिति की इस बैठक में आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत ठेकेदारी मजदूरों को हाई पावर कमेटी के निर्देशानुसार सैलरी का भुगतान करने पर भी चर्चा की गई। यह सुनिश्चित किया गया कि सभी कर्मियों को उनके काम के अनुसार उचित पारिश्रमिक मिले। इसके अलावा, खदान के बाहर ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया जहां 50 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जैसे वर्कशॉप, सिविल विभाग, और परियोजना कार्यालय। इन स्थानों के कर्मचारियों को फर्स्ट एड की ट्रेनिंग सुविधा प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति में वे तुरंत प्राथमिक उपचार प्रदान कर सकें।

मैनपॉवर की कमी को दूर करने के उपाय

बैठक में बरका-सयाल में मैनपॉवर की कमी को दूर करने पर भी चर्चा की गई। महाप्रबंधक अजय सिंह ने बताया कि मैनपॉवर की कमी के कारण खदानों में काम करने वाले कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे सुरक्षा संबंधी मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं। इसे देखते हुए, प्रबंधन ने मैनपॉवर की कमी को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया है। इसके लिए नए कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।

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सुरक्षा उपायों की समीक्षा और सुधार

बैठक के दौरान सुरक्षा बोर्ड के सदस्य विकास कुमार और शशि भूषण सिंह ने सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि खदानों में कार्यरत सभी कर्मियों को सुरक्षा मानकों का पालन करना आवश्यक है और इसके लिए नियमित रूप से सुरक्षा ड्रिल और ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए जाने चाहिए। स्टाफ ऑफिसर ईएंडएम अमरेंद्र कुमार, एरिया मेडिकल ऑफिसर, और अन्य प्रबंधन के अधिकारी भी इस बात पर सहमत हुए कि सुरक्षा उपायों की नियमित समीक्षा और सुधार जरूरी है।

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यूनियन प्रतिनिधियों की भागीदारी

बैठक में यूनियन प्रतिनिधियों विनोद कुमार मिश्रा, गणेश राम, अशोक कुमार वशिष्ठ, श्रीकांत गुप्ता, अजीत कुमार, चमन मुंडा, देवेंद्र कुमार सिंह, संजय यादव, संजय शर्मा, और अनिल सिंह ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की और प्रबंधन को सुझाव दिए। यूनियन प्रतिनिधियों ने भी कर्मचारियों की सुरक्षा और उनके वेतन से संबंधित मुद्दों को बैठक में उठाया, जिन्हें प्रबंधन ने गंभीरता से लिया।

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निष्कर्ष

त्रिपक्षीय खान सुरक्षा समिति की यह बैठक बरका-सयाल के खदानों में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। बैठक में लिए गए निर्णयों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधियों के बीच समन्वय की आवश्यकता है। इसके साथ ही, खदानों में कार्यरत सभी कर्मचारियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाने की उम्मीद है।


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