यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 9 फरवरी तक हैं, तैयारी में तेजी बढ़ाएं। बोर्ड ने पर्यवेक्षकों के लिए कंप्यूटराइज्ड पहचान पत्र को मंजूरी दी है। यूनिक क्यूआर कोड और सीरियल नंबर से होगी पहचान। परीक्षा प्रक्रिया में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उचित है। विद्यार्थियों को 9 फरवरी तक पूरी तैयारी करने का सुनहरा मौका है। कक्षा 10 और 12 की परीक्षा कक्षा 22 से शुरू हो रही हैं।
परीक्षा समय में विशेष सतर्कता बनाए रखें, तनाव मिताएं। बोर्ड ने नकली विहीनता के लिए कठिनाइयों का सामना करने का ठाना है। सीरियल नंबर और क्यूआर कोड से होगी परीक्षा प्रवेश की पहचान। समय प्रबंधन में माहिर बनें, अच्छे परिणामों के लिए प्रयासरत रहें।
‘लगभग 2.75 लाख परीक्षा पर्यवेक्षकों को मिलेंगे ये आईडी कार्ड’
अधिकारियों के अनुसार, लगभग 2.75 लाख परीक्षा पर्यवेक्षकों को विशिष्ट पहचान पत्र प्राप्त होंगे। प्रत्येक पत्र में अलग-अलग क्यूआर कोड और सीरियल नंबर होंगे। उद्देश्य: परीक्षा में नकल को रोकना और नकल के किसी प्रयास को विफल करना। बोर्ड सचिव ने बताया कि क्यूआर कोड और सीरियल नंबर सुरक्षा को बढ़ावा देते हैं।
- यह उपाय पर्यवेक्षकों की विशिष्टता सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
- पहचान पत्र की एक अतिरिक्त परत सुरक्षा को मजबूती देती है।
- परीक्षा की सफलता के लिए नकल के प्रयासों को नकारात्मक रूप से प्रभावी बनाए रखा जा रहा है।
परीक्षा पर्यवेक्षकों को डीआईओएस बांटेंगे ID कार्ड
- मानकों के अनुसार, स्कूल जिले निरीक्षक परीक्षा से पहले आधिकारिक पोर्टल से पहचान पत्र डाउनलोड करेंगे।
- आवंटित पहचान पत्र से परीक्षा पर्यवेक्षकों को जानकारी प्रदान करेंगे।
- पहचान पत्र अन्य शिक्षकों को आवंटन की अनुमति देता है, विशेषकर अगर उन्हें दिनभर विषय जानकर आना हो।
- इससे पर्यवेक्षकों को अन्य विषयों में आवश्यकता होने पर सहायक शिक्षकों की नियुक्ति हो सकती है।
- यह अभ्यास परीक्षार्थियों को नकल करने में सहायता करने की संभावना को रोकेगा।
- डीआईओएस परीक्षा से पहले आधिकारिक पहचान पत्रों की आवश्यकता है।
- जानकारी से योग्यता बनाए रखने से परीक्षा में निगरानी मजबूत होती है।
- संबंधित परीक्षा में सुरक्षित और न्यायपूर्ण पर्यावरण बनाए रखने के लिए यह प्रक्रिया अच्छी है।
8,264 केंद्रों पर होगा परीक्षा का आयोजन
8,264 केंद्रों पर बोर्ड राज्य के 75 जिलों में कक्षा 10 और 12 की परीक्षा आयोजित करेगा। दोनों कक्षाओं का आयोजन बोर्ड की ओर से किया गया है, जिसमें 17 दिनों तक की परीक्षाएं शामिल हैं। परीक्षाएं 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए समर्पित हैं और उन्हें विभिन्न केंद्रों में बैठाया जाएगा। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, परीक्षा की अवधि कुल 17 दिनों तक रहेगी, जिसमें सभी आवश्यक उपाय धारित किए जाएंगे।