विजयादशमी: शनिवार को विजयादशमी के पावन अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ रामगढ़ कैंट पहुंचे, जहां उन्होंने पंजाब और सिक्ख रेजीमेंट सेंटर में शस्त्र पूजन किया। उन्होंने जवानों के साथ मिलकर इस परंपरा को निभाया और उन्हें मिठाई खिलाकर विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान सेना के जवानों ने भी देश की रक्षा का संकल्प दोहराया, जो इस आयोजन का मुख्य आकर्षण रहा।
शस्त्र पूजन और मां दुर्गा की आराधना
रेजीमेंट सेंटर में अवस्थित मंदिर में मां दुर्गा की पूजा और शस्त्र पूजन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ। इस पावन अनुष्ठान को मंदिर के पुजारी द्वारा संपन्न कराया गया। शस्त्र पूजन भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है, जहां शक्ति और शस्त्रों की पूजा की जाती है। इस अवसर पर उपस्थित जवानों ने अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए मां दुर्गा और शस्त्रों का पूजन किया।
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संजय सेठ का सेना के प्रति सम्मान
अपने संबोधन में संजय सेठ ने कहा, “आज दशहरा है और इस दिन शक्ति और शस्त्र पूजन की हमारी पुरानी परंपरा रही है। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं सेना के जवानों के साथ यह पावन पर्व मना रहा हूं।” उन्होंने आगे कहा कि सेना के जवान जो अपने परिवार से दूर रहकर देश की सेवा में लगे हुए हैं, वह अत्यंत सम्मान और गौरव की बात है। उन्होंने जवानों के समर्पण और वीरता की सराहना की।
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पंजाब और सिक्ख रेजीमेंट का गौरव
संजय सेठ ने पंजाब रेजीमेंट और सिक्ख रेजीमेंट की वीरता की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये रेजीमेंट्स हमारे देश का गर्व हैं और इनकी वीरता को पूरी दुनिया मानती है। सेना के जवान देश की सुरक्षा के लिए जो बलिदान देते हैं, वह न केवल प्रशंसनीय है बल्कि हर भारतीय के दिल में इनका विशेष स्थान है।
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दशहरा और सेना के जवानों का संकल्प
विजयादशमी के इस अवसर पर जवानों ने भी देश की रक्षा का संकल्प दोहराया। यह पर्व अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है और सेना के जवानों के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है। इस अवसर पर रेजीमेंट सेंटर के अधिकारी और जवान भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस अनुष्ठान में भाग लिया और अपने कर्तव्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।