रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए एनडीए गठबंधन ने सीटों का बंटवारा कर दिया है। शनिवार को भाजपा-आजसू की संयुक्त प्रेस वार्ता में इस बंटवारे की घोषणा की गई। एनडीए के अंतर्गत आजसू को 10 सीटें, जदयू को 2 सीटें, और लोजपा को 1 सीट मिली है। इस प्रेस वार्ता में भाजपा के वरिष्ठ नेता और झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, चुनाव सह प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो और गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी उपस्थित थे।
आजसू को मिली प्रमुख सीटें
आजसू को इस चुनाव में कुल 10 सीटें दी गई हैं। इनमें सिल्ली, रामगढ़, मांडू, ईचागढ़, गोमिया, जुगसलाई, डुमरी, पाकुड़, लोहरदगा, और मनोहरपुर सीट शामिल हैं। आजसू इन सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं, जदयू को जमशेदपुर पश्चिमी और तमाड़ की दो सीटें दी गई हैं, जबकि लोजपा (रामविलास) को चतरा सीट मिली है। शेष सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार उतारेगी।
गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में रक्तदान शिविर, जानिए कैसे हुआ हेलमेट वितरण यहां क्लिक करें
प्रेस वार्ता में क्या कहा शिवराज सिंह चौहान ने?
केंद्रीय मंत्री और झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, “यह चुनाव झारखंड में सिर्फ सरकार बनाने का नहीं है, बल्कि यह झारखंड की अस्मिता और पहचान बचाने का चुनाव है। हम चाहते हैं कि झारखंड में माटी, रोटी और बेटी सुरक्षित रहें। नौजवानों को रोजगार मिले, महिलाएं सशक्त हों, गरीबों का कल्याण हो, और किसानों का विकास हो। हमारी प्राथमिकता भ्रष्टाचार को समाप्त करना और राज्य में सुशासन और विकास लाना है।”
रामगढ़ में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, जानिए कैसे हो रहा है वोटिंग के प्रति उत्साह
हिमंत विस्वा सरमा का बयान
चुनाव सह प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा ने भी प्रेस वार्ता के दौरान झारखंड के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “कौन नेता किस पार्टी में जा रहा है, इससे हमें फर्क नहीं पड़ता। हमारा मुख्य उद्देश्य है कि झारखंड का समग्र विकास हो। हम चाहते हैं कि लोग एक अच्छी और प्रभावी सरकार चुनें, ताकि झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल किया जा सके।”
झारखंड की राजनीति में बड़ा फेरबदल, आजसू और भाजपा के नेता झामुमो में शामिल
एनडीए की रणनीति और सीट बंटवारा
एनडीए के इस सीट बंटवारे से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा-आजसू गठबंधन झारखंड में अपने आप को मजबूत स्थिति में मानता है। पिछले चुनावों में मिली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इस बार एनडीए ने सीटों का वितरण इस तरह से किया है, जिससे हर पार्टी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से चुनाव लड़ सके। आजसू, जदयू और लोजपा को दी गई सीटें उनके क्षेत्रीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की गई हैं, जिससे एनडीए गठबंधन एक मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है।
चुनावी रणनीति और संभावनाएं
भाजपा के पास पिछले चुनावों से सीखने और अपनी रणनीति को बेहतर बनाने का मौका है। वहीं, आजसू, जदयू और लोजपा जैसे दलों के साथ गठबंधन बनाकर एनडीए यह सुनिश्चित करना चाह रहा है कि झारखंड की विधानसभा में उनका जनाधार मजबूत हो। एनडीए की यह रणनीति प्रदेश के विकास और सुशासन के वादे के साथ चुनाव मैदान में उतरने की है।